- वज्रासन में बैठ के श्वास
बाहर निकालें, मन में रं रं....जप करें.......जठरा प्रदीप्त
होगी । ५०-६० सेकंड श्वास बाहर रोके और पेट को अंदर बाहर करें तो जह्त्रा
प्रदीप्त होने से उस को पाचन ज्यादा चाहिये तो बदले में आम को पचा लेगी ।
- एक सेब ले लो..उस मीठे सेब फल
में जितने लगा सके उतने लौंग अंदर
भोंक दो.......और वो सेब फल पडा रहे छाया में ७ -११ दिन तक ...सेब सड़
जायेगा ...और लौंग मुलायम हो जायेगा...वो लौंग बन गया पाचन तंत्र को तेज
करनेवाली औषधि....ये पाचन तंत्र के लिए एकदम वरदान है ।
- एक रबड़ का पायदान आता है, जिसके एक तरफ गोल सुराख़ होते
हैं और एक तरफ लम्बे नुकीले दाने होते हैं । उस पर रोज़ ५ मिनट खड़े रहें ।
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