सफ़ेद दाग का ईलाज
सबसे पहली बात विरुद्ध आहार छोड़ दो ( सब्जी-रोटी
खाये और ऊपर से थोड़ी देर बाद दूध
पी लिया, दूध पिया है फिर थोड़ी देर बाद कुछ
खा लिया नमक मिर्च वाला )
सफेद दाग का ईलाज :-
एक मुट्ठी काले चने, १२५ मिली पानी में डाल दे सुबह ८-९ बजे डाल दे.... उसमे १० गरम
त्रिफला चूर्ण डाल दे, २४ घंटे वो पड़ा रहे ...ढक के रह दे
... २४ घंटे बाद वो छाने जितना खा सके चबाकर के खाये.... सफ़ेद दाग जल्दी मिटेंगें और
होमियोपैथीक दवा लें, सफ़ेद दाग होमियोपैथी से जल्दी मिटते है |
*शरीर का
विषैला तत्व (Toxic) बाहर निकलने से न रोकें जैसे- मल, मूत्र, पसीने पर
डीयो न लगायें।
*मिठाई, रबडी, दूध व दही
का एक साथ सेवन न करें।
*गरिष्ठ
भोजन न करें जैसे उडद की दाल, मांस व मछली।
*भोजन में
खटाई, तेल मिर्च,गुड का सेवन न करें।
*अधिक नमक
का प्रयोग न करें।
*ये रोग कई
बार वंशानुगत भी होता है।
*रोज बथुआ
की सब्जी खायें, बथुआ उबाल कर उसके पानी से सफेद
दाग को धोयें कच्चे बथुआ का रस दो कप निकाल कर आधा कप तिल का तेल मिलाकर धीमी आंच
पर पकायें जब सिर्फ तेल रह जाये तब उतार कर शीशी में भर लें। इसे लगातार लगाते
रहें । ठीक होगा धैर्य की जरूरत है।
*अखरोट खूब
खायें। इसके खाने से शरीर के विषैले तत्वों का नाश होता है। अखरोट का पेड़ अपने
आसपास की जमीन को काली कर देती है ये तो त्वचा है। अखरोट खाते रहिये लाभ होगा।
*रिजका (Alfalfa) सौ ग्राम, रिजका सौ
ग्रा ककडी का रस मिलाकर पियें दाद ठीक होगा।
*लहसुन के
रस में हरड घिसकर लेप करें तथा लहसुन का सेवन भी करते रहने से दाग मिट जाता है।
*लहसुन के
रस में हरड को घिसकर कर लेप करें साथ साथ सेवन भी करें।
*पानी में
भीगी हुई उडद की दाल पीसकर सफेद दाग पर चार माह तक लगाने से दाद ठीक हो जायेगा।
*तुलसी का
तेल बनायें, जड़ सहित एक हरा भरा तुलसी का पौधा
लायें, धोकर कूटपीस लें रस निकाल लें। आधा
लीटर पानी आधा किलो सरसों का तेल डाल कर पकायें हल्की आंच पर सिर्फ तेल बच जाने पर
छानकर शीशी में भर लें। ये तेल बन गया अब इसे सफेद दाग पर लगायें।
*नीम की
पत्ती, फूल, निंबोली, सुखाकर पीस लें प्रतिदिन फंकी लें।सफेद दाग के लिये
नीम एक वरदान है। कुष्ठ जैसे रोग का इलाज नीम से सर्व सुलभ है। कोई बी सफेद दाग
वाला व्यक्ति नीम तले जितना रहेगा उतना ही फायदा होगा नीम खायें, नीम लगायें ,नीम के नीचे
सोये ,नीम को बिछाकर सोयें, पत्ते सूखने पर बदल दें। पत्ते,फल निम्बोली,छाल किसी का
भी रस लगायें वएक च. पियेंभी।जरूर फायदा होगा कारण नीम खु में एक एंटीबायोटिक
है।ये अपने आसपास का वातावरण स्वच्छ रखता है। इसकी पत्तियों को जलाकर पीस कर उसकी
राख इसी नीम के तेल में मिलाकर घाव पर लेप करते रहें। नीम की पत्ती, निम्बोली ,फूल पीसकर
चालीस दिन तततक शरबत पियें तो सफेद दाग से मुक्ति मिल जायेगी। नीम की गोंद को नीम
के ही रस में पीस कर मिलाकर पियें तो गलने वाला कुष्ठ रोग भी ठीक हो सकता है।
Cure for
albinism
Firstly, abstain completely from conflicting foods (Like drinking milk shortly
after having roti and vegetables with salt /spices)..... If suffering from
white albinism, do the following at around 8-9 am in the morning. Take a
handful of black chana and soak it in 125 grams of water .... add 10 grams of
Triphala Churna. Cover it up and let it settle for 24 hours. Take as much as
you of these chanas after 24 hours.... The ailment will get cured soon. Also,
take homeopathic medicines as white albinism gets cured easily by homeopathy.
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