Wednesday, 24 July 2013
बरगद के चमत्कारिक औषध प्रयोग
बरगद के चमत्कारिक औषध प्रयोग
गर्भस्थापन
के लिएः
गर्भस्थापन
:ऋतुकाल
में यदि वन्ध्या स्त्री पुष्य नक्षत्र में लाकर रखे हुए वटशुंग (बड़ के कोंपलों)
के चूर्ण को जल के साथ सेवन करे तो उसे अवश्य गर्भधारण होता है। - आयुर्वेदाचार्य
शोढल
बल-वीर्य
की वृद्धिः
बड़
के कच्चे फल छाया में सुखा के चूर्ण बना लें। बराबर मात्रा में मिश्री मिलाकर रख
लें। 10 ग्राम चूर्ण सुबह-शाम दूध के साथ 40 दिन तक सेवन करने से बल-वीर्य और
स्तम्भन (वीर्यस्राव को रोकने की) शक्ति में भारी वृद्धि होती है।
निम्न
रक्तचाप में:
10 बूँद बरगद का दूध, लहसुन का रस आधा चम्मच तथा तुलसी का रस
आधा चम्मच इन तीनों को मिलाकर चाटने से निम्न रक्तचाप में आराम मिलता है।
छाइयाँ :
गाँठ:
शरीर
में कहीं गठान हो तो प्रारम्भिक स्थिति में तो गाँठ बैठ जाती है और बढ़ी हुई
स्थिति में पककर फूट जाती है।
अतिसार
में:
दूध
को नाभि में भरकर थोड़ी देर लेटने से अतिसार में आराम होता है।
बिवाइयाँ:
हाथ
पैर में बिवाइयाँ फटी हों तो उसमें बरगद का दूध लगाने से ठीक हो जाती हैं।
दाँत
का दर्द :
दाँतों
में बड़ का दूध लगाने से दाँत का दर्द समाप्त हो जाता है।
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