प्राकृतिक चिकित्सा

प्रत्येक मनुष्य के जीवन में इन तीन बातों की अत्यधिक आवश्यकता होती है – स्वस्थ जीवन, सुखी जीवन तथा सम्मानित जीवन। सुख का आधार स्वास्थ्य है तथा सुखी जीवन ही सम्मान के योग्य है।

आयुर्वेद का अनुपम उपहार

अच्युताय हरिओम उत्पाद

स्वास्थ्य का सच्चा मार्ग

स्वास्थ्य का मूल आधार संयम है।

सर्दियों के लिए विशेष

अच्युताय हरिओम उत्पाद

Achyutaya HariOm Panchamrit Ras :अच्युताय हरिओम पंचामृत रस : स्वास्थय व ऊर्जा प्रदायक, पाचक, व रोगनाशक अदभुत योग

Achyutaya HariOm Santkripa Surma : अच्युताय हरिओम संतकृपा सुरमा - आँखों को सुरक्षित, निरोगी, तेजस्वी बनाने की क्षमता रखने वाला अदभुत योग

Thursday 30 May 2013

भोजन करते समय बैठने की विधि

भोजन करते समय बैठने की विधि


Wednesday 29 May 2013

घर में बिमारी न आये

घर में बिमारी न आये



बड़ा बडाई न करे..

बड़ा बडाई न करे..


Tuesday 28 May 2013

खून की कमी

खून की कमी




चकुंदर (उसको बीट भी कहें ते है )के टुकड़े करके चाशनी में डालकर पका लें l जैसे आंवला केंडी बनती है, वैसे ही ये चकुंदर केंडी बन गयी । थोडा रोज खाये ...खूब खून बनेगा.... भोजन के बाद या कैसे भी खाये इसके अलावा गन्ना खाएं तथा टमाटर का जूस व किशमिश भिगा के उसका जूस पियें । और भोजन के बाद किशमिश, टमाटर या गाजर ( उसमे से पीला भाग नीकाल दें ) उसका जूस पियें तो भी खून बनेगा ।

बीट एक फायदे अनेक

बीट जो एक कंदमूल है उसे लोग सलाद के रूप में भी लेते है।यह हमारे लिए बहुत ही उपयोगी कंदमूल है।इसे नियमित रूप से खाने से खून साफ रहता है तथा शरीर में खून की कमी भी नही होती है। इसका उपयोग कई तरह से किया जाता है। टमाटर के सूप का स्वाद और रंग बढ़ाने के लिए उपयोग किया जाता है।

बीट का नियमित रूप से यदि प्रतिदिन सेवन किया जाए तो कमजोरीभी दूर हो जाती है। जिन लोगों में खून की कमी हो जाती है या पाई जाती है उन लोगों को भी बीत खाने की सलाह डॉक्टर द्वारा दी जाती है। मोच आने पर बीट के पत्ते को रगड़ के लगाया जाए तो दर्द में राहत मिलता है।इस तरह बीट कई बिमेरियों से राहत पाने के लिए भी बहुत ही उपयोगी है।कब्जियत में बीट लाभकारी साबित होता है।

(१)पथरी से राहत के लिए चुकंदर :
चुकंदर को पानी में उबाल कर इसका सूप पीने से पथरी में लाभ होता है .मात्र तीस मिली -लीटर (६ चाय के चम्मच के बराबर ) सूप दिन में चार बार लें ।
इससे गुर्दे की सूजन भी दूर होती है .ये पेशाब ज्यादा लाता है .मूत्रल है.डाय-युरेतिक्स का काम करता है .गुर्दे के रोगों में भी लाभदायक है ।

(२)सांस नाली को साफ़ रखता है :चुकंदर बलगम को निकालकर श्वसन मार्ग ,सांस -नली को साफ़ करता है ।

(३)बाल गिरना कम करता है :चुकंदर के ताज़े पत्ते मेहँदी के साथ पीसकर सिर पर लेप करने से बालों का गिरना बंद हो जाता है .बाल तेज़ी से उगतें ,बढतें हैं ।

(४)गंजपन का समाधान :चुकंदर के पत्तों को पीसकर इसमें थोड़ी सी हल्दी मिलाकर लेप करने से बाल उग आतें हैं ।

(५ )एग्जिमा में लाभ :चुकंदर के पत्तों के रस में शहद मिलाकर लगाने से दाद (एग्जिमा )ठीक हो जाता है ।

(६)गोरा बनाने का देशी सौदा :
एक कप चुकंदर के रस में एक कप पके लाल टमाटर का रस तथा दो चमच कच्ची हल्दी का रस (या एक चम्मच हल्दी पाउडर )मिलाकर सुबह शाम १५ दिन सेवन करने से त्वचा का रंग गोरा होता है ।

(७)उच्च रक्त चाप (हाई -पर -टेंशन /हाई -ब्लड प्रेशर )में राहत के लिए :
एक कप चुकंदर एक कप लाल टमाटर तथा आधा कप पपीता का रस और आधा कप किन्नू (नारंगी )का रस मिलाकर नित्य दो मर्तबा पीने से उच्च रक्त चाप में आराम आता है ।
बत्लादें आपको चुकंदर खून की नालियों ब्लड वेसिल्स को चौड़ा करता है ,नाइट्रेट्स से भरपूर है .

Anaemia


Chakunder (also called as beetroot), make slices of them and dip it in sugar syrup. Make candies out of it similar to amla candy. Have some everyday.... this will greatly improve blood formation... Take it after meals or in any other time. Once can also have juice made of amla, sugarcane, and tomato with soaked kismiss. Or having juice made of kismiss, tomato or carrot(remove the yellow portion) after meals is also considered beneficial.






Sunday 26 May 2013

बीज मन्त्रों से स्वास्थ्य सुरक्षा

बीज मन्त्रों से स्वास्थ्य सुरक्षा




बीज मंत्र लाभ



कं मृत्यु के भय का नाश, त्वचा रोग व रक्त विकृति में । 

ह्रीं मधुमेह , ह्रदय की धड़कन में ।

घं स्वप्नदोष व प्रदर रोग में ।

भं बुखार दूर करने के लिए ।

क्लीं पागलपन में ।

सं बवासीर मिटाने के लिए ।

वं भूख - प्यास रोकने के लिए ।

लं थकान दूर करने के लिए ।

Saturday 25 May 2013

आयु तथा बुद्धिवर्धक प्रयोग

आयु तथा बुद्धिवर्धक प्रयोग



मार्कंडेय ऋषि का नित्य सुमिरन करने वाला और संयम-सदाचार का पालन करने वाला व्यक्ति १०० वर्ष जी सकता है - ऐसा शास्त्रों में लिखा है l कोई १ तोला (११.५ ग्राम) गौमूत्र लेकर उसमें देखते हुए सौ बार "मार्कंडेय" नाम का सुमिरन करके उसे पी लें तो बुखार नहीं आता, उसकी बुद्धि तेज हो जाती है और शरीर में स्फूर्ति आती है l

अपने जन्मदिवस पर ८ चिरंजीवियों (मार्कंडेय, अश्वथामा, राजा बलि, हनुमानजी, विभीषण, वेद व्यास जी, कृपाचार्य जी, परशुरामजी) का सुमिरन व प्रार्थना करके एक पत्र में २ पल दूध (१० से १०० ग्राम) तथा थोड़ा सा तिल व गुड मिलाकर पियें तो व्यक्ति दीर्घजीवी होता है l प्रार्थना करने का मंत्र है -

ॐ मार्कंडेय महाभाग सप्तकल्पांतजीवन, चिरंजीवी यथा त्वं भो भविष्यामि तथा मुने l
रूपवान वित्तवान्श्चैव श्रिया युक्त्श्च सर्वदा, आयुरारोग्य सिद्ध्यर्थ प्रसीद भगवन मुने l
चिरंजीवी यथा त्वं भो मुनीनाम प्रवरो द्विज, कुरुष्व मुनिशार्दूल तथा मां चिरजिविनम l
नववर्षायुतं प्राप्य महता तपसा पुरा, सप्तैकस्य कृतं येन आयु मे सम्प्रय्च्छ्तु l
अथवा तो नींद खुलने पर ८ चिरंजीवी का सुमिरन करे तो व्यक्ति निरोग रहता है l




Friday 24 May 2013

आरोग्यता प्राप्ति हेतु - सूर्य मंत्र

आरोग्यता प्राप्ति हेतु - सूर्य मंत्र




आरोग्य के लिए सूर्य देव का जप असंख्य रोगों को ऐसे भागता है । जैसे सूर्योदय होते ही रात्रि के अंधकार स्वाहा हो जाते हैं ।
सूर्यदेव का मंत्र है .. हो सके तो उत्तरायण को विशेष जपें

"नमः सूर्याय शान्ताय सर्व रोग विनाशिने
आयु आरोग्यं ऐश्वर्यं देही देव नमोस्तुते "

"शांति प्रदान करने वाले, सर्व रोग नाश करने वाले भगवान सूर्य को नमस्कार है। हे सूर्य देव! हमें आयु, आरोग्य, ऐश्वर्य प्रदान करें, आप को नमस्कार है "

श्लोक बोल सके तो ठीक है नहीं तो अपनी भाषा में ही मन में बोल सकते हैं, सोच सकते 
है ।