प्राकृतिक चिकित्सा

प्रत्येक मनुष्य के जीवन में इन तीन बातों की अत्यधिक आवश्यकता होती है – स्वस्थ जीवन, सुखी जीवन तथा सम्मानित जीवन। सुख का आधार स्वास्थ्य है तथा सुखी जीवन ही सम्मान के योग्य है।

आयुर्वेद का अनुपम उपहार

अच्युताय हरिओम उत्पाद

स्वास्थ्य का सच्चा मार्ग

स्वास्थ्य का मूल आधार संयम है।

सर्दियों के लिए विशेष

अच्युताय हरिओम उत्पाद

Achyutaya HariOm Panchamrit Ras :अच्युताय हरिओम पंचामृत रस : स्वास्थय व ऊर्जा प्रदायक, पाचक, व रोगनाशक अदभुत योग

Achyutaya HariOm Santkripa Surma : अच्युताय हरिओम संतकृपा सुरमा - आँखों को सुरक्षित, निरोगी, तेजस्वी बनाने की क्षमता रखने वाला अदभुत योग

Wednesday 31 July 2013

बवासीर की तकलीफ़ दूर करने के लिए

बवासीर की तकलीफ़ दूर करने के लिए





* 15 ग्राम काले तिल पिसकर, 10-15 ग्राम मख्खन के साथ मिलाकर सुबह सुबह खा लो । कैसा भी बवासीर हो मिट जाता है ।


* जिनको बवासीर है, शौच वाली जगह से जिनको खून आता है, वे २ नींबू का रस निकालकर, छान लें और एनिमा के साधन से शौच वाली जगह से एनिमा द्वारा नींबू का रस लें और १० मिनट सिकोड़ कर सोये रहें । इतने में वो नींबू गर्मी खींच लेगा और शौच होगा । हफ्ते में ३-४ बार करें.......कैसा भी बवासीर हो.........फायदा होगा ।


नीम :-


  • नीम के पके हुए फल को छाया में सुखाकर इसके फल का चूर्ण बना लें। 5 ग्राम चूर्ण सुबह जल के साथ खाने से बवासीर रोग ठीक होता है।
  • लगभग 50 मिलीलीटर नीम का तेल, कच्ची फिटकरी 3 ग्राम, चौकिया सुहागा 3 ग्राम को बारीक पीस लें। शौच के बाद इस लेप को उंगली से गुदा के भीतर तक लगाने से कुछ ही दिनों में बवासीर के मस्से मिट जाते हैं।
  • नीम के बीज, बकायन की सूखी गिरी, छोटी हरड़, शुद्ध रसौत 50-50 ग्राम, घी में भूनी हींग 30 ग्राम को बारीक पीसकर चूर्ण बनाकर उसमें 50 ग्राम बीज निकली हुई मुनक्का को घोंटकर छोटी-छोटी गोलियां बना लें, 1 से 4 गोली को दिन में 2 बार बकरी के दूध के साथ या ताजे लेने से बवासीर में लाभ मिलता हैं, और खूनी बवासीर में खून का गिरना बन्द हो जाता है।
  • नीम की गिरी का तेल 2-5 बूंद तक शक्कर (चीनी) के साथ खाने से या कैप्सूल में भर कर निगलने से लाभ मिलता है। इसके सेवन के समय केवल दूध और भात का प्रयोग करें।
  • नीम के बीज की गिरी, एलुआ और रसौत को बराबर भाग में कूटकर झड़बेरी जैसी गोंलियां बनाकर रोजाना सुबह 1-1 गोली नीम के रस के साथ बवासीर में लेने से आराम मिलता है।
  • नीम के बीजों की गिरी 100 ग्राम और नीम के पेड़ की छाल 200 ग्राम को पीसकर 1-1 ग्राम की गोलियां बनाकर 4-4 गोली दिन में 4 बार 7 दिन तक खिलाने से तथा नीम के काढ़े से मस्सों को धोने से या नीम के पत्तों की लुगदी को मस्सों पर बांधने से लाभ मिलता है।
  • 100 ग्राम सूखी नीम की निबौली 50 मिलीलीटर तिल के तेल में तलकर पीस लें, बाकी बचे तेल में 6 ग्राम मोम, 1 ग्राम फूला हुआ नीला थोथा मिलाकर मलहम या लेप बनाकर दिन में 2 से 3 बार मस्सों पर लगाने से मस्सें दूर हो जातें हैं।
  • फिटकरी का फूला 2 ग्राम और सोना गेरू 3 ग्राम, नीम के बीज की गिरी 20 ग्राम में घी या मक्खन मिलाकर या गिरी का तेल मिलाकर घोट लें, इसे मस्सों पर लगाने से दर्द तुरन्त दूर होता हैं और खून का बहना बन्द होता है।
  • 50 ग्राम कपूर, नीम के बीज की गिरी 50 ग्राम को दोनों का तेल निकालकर थोड़ी-सी मात्रा में मस्सों पर लगाने से मस्सें सूखने लगते हैं।
  • नीम की गिरी, रसौत, कपूर व सोना गेरू को पानी पीसकर लेप करें या इस लेप को एरण्ड के तेल में घोंटकर मलहम (लेप) करने से मस्से सूख जाते हैं।
  • नीम के पेड़ की 21 पत्तियों को भिगोई हुई मूंग की दाल के साथ पीसकर, बिना मसाला डालें, घी में पकाकर 21 दिन तक खाने से और खाने में छाछ और अधिक भूख लगने पर भात खाने से बवासीर में लाभ हो जाता है। ध्यान रहे कि नमक का सेवन बिल्कुल नहीं करना चाहिए।
  • नीम के बीजों को तेल में तलकर, उसी में खूब बारीक पीस लें। इसके बाद फुलाया हुआ तूतिया डालकर मस्सों पर लेप करना चाहिए।
  • पकी नीम की निबौंली के रस में 6 ग्राम गुड़ को मिलाकर रोजाना सुबह सात दिन तक खाने से बवासीर नष्ट हो जाता है।

Monday 29 July 2013

अच्छी नींद के लिए आयुर्वेद

अच्छी नींद के लिए आयुर्वेद



पूरे दिन तरोताजा और उर्जा से भरपूर रहने के लिए जरूरी है कि आप रातभर अच्छी और सुकूनभरी नींद लें लेकिन चिंता, सोने का स्थान और परिस्थितियां आपकी नींद में बाधक हो सकती हैं।

योगा व ध्यान करें

अगर कोई व्यक्ति नियमित रुप से योगा व ध्यान करता है तो उसे रात में नींद नहीं आने की समस्या होने की संभावना कम होती है। योगा आपके शरीर की थकान व तनाव को कम करता है जिससे आप अच्छी नींद ले सकते हैं।

चाय व कॉफी का परहेज जरूरी

सोने से पहले या शाम के समय ज्यादा कॉफी या चाय नहीं पीएं क्योंकि चाय और कॉफी में कुछ ऐसे तत्व होते हैं, जिनसे उत्तेजना बढ़ती है और मस्तिष्क को जागृत कर देती है। ऐसे में नींद नहीं आने की समस्या हो सकती है।

 सोने का समय तय करें

अपने सोने व जागने का समय तय करें, इससे जब आपको आदत हो जाएगी तो अपने आप उस समय आपको नींद आने लगेगी। रात में ज्यादा देर तक नहीं जागें इससे नींद गायब हो जाती है इस कारण हानिकारक एडेरेनाइन हार्मोन का उत्पादन बढ़ जाता है। इसका नतीजा यह निकलता है कि आपको नींद ही नहीं आती है। तय समय पर खुद को सोने के लिए तैयार करें।

 टीवी से जरा दूरी भली

सोने से आधे घंटे पहले टीवी व कंप्यूटर के पास नहीं बैठे क्योंकि टीवी और कंप्यूटर की स्क्रीन से आने वाली रोशनी हमारे शरीर को ये एहसास दिलाती रहती है कि अभी दिन है। इस कारण हमारा शरीर सोने के लिए तैयार नहीं हो पाता। सोने से पहले आप किताबें पढ़ सकते हैं।

 म्‍यूजिक थेरेपी

संगीत में जादू होता है। ये मन की थकान को कम करता है, जिससे शरीर की थकान भी कम हो जाती है। सोने से पहले मधुर कीर्तन सुनें, नींद जल्दी आती है।

 पंजो की मसाज करें

खुद को अच्छी नींद के लिए पंजो का मसाज भी करें। दिनभर की थकान के बाद जब आपके पैरों में मसाज किया जाता है तो इससे आपको आराम मिलता है और नींद अच्छी आती है।


ज्यादा जीना चाहते हैं तो रोज़ करें जॉगिंग

ज्यादा जीना चाहते हैं तो रोज़ करें जॉगिंग




अगर आप लंबी उम्र चाहते हैं तो नियमित जॉगिंग शुरू कीजिए,इससे आपकी उम्र पांच से छह साल बढ़ सकती है। यह बात एक नए अध्ययन में उभर कर आई है जो डेनमार्क में हृदय संबन्धी अध्ययन का एक हिस्सा है। इस अध्ययन में पाया गया कि हर दिन आधा से एक घंटे की जॉगिंग लंबी उम्र का सबसे ज्यादा उपयोगी तरीका है। कोपनहेगन सिटी हार्ट स्टडी के प्रमुख हृदयविज्ञानी पीटर शनोह्र ने कहा कि इस अध्ययन से हम जॉगिंग के लाभों के बारे में निश्चित जवाब देने की स्थिति में आ गए हैं। शनोह्र ने कहा कि हम निश्चित रूप से कह सकते हैं कि नियमित जॉगिंग से उम्र बढ़ती है।



Saturday 27 July 2013

इससे आयुष्य नष्ट होती है

इससे आयुष्य नष्ट होती है



१) जो मनमाना खान पान करते हैं अपनी आयुष्य क्षीण करता है ... और संयम से खान पान रखता है तो लंबी आयुष्य हो जाती है |

२) अति अभिमान

३) जो अति बोलना, चलते-चलते बोलना, व्यर्थ बोलता है उसकी बुद्धि और आयुष्य क्षीण हो जाते हैं

४) जो क्रोधी है

५) जो अति खाता है, रात को देरी से खाता है

६) जो ह्रदय में किसी के लिए द्रोह ठान के रखता है, वैर ठान के रखता है वो भी अपनी आयुष्य क्षीण करता है

पर जो मौन रहता है, कम बोलता है , श्वासोश्वास में भगवान का नाम स्मरण करता है वो अपना मन पवित्र करता है, बुद्धि पवित्र करता है और आयुष्य लंबी करता है|
Longevity reduces if

1. One can even have accidental death if he has meals as his mind pleases.... whereas exercising caution in eating and drinking further improves longevity.

2. Excessive Ego

3. One who speaks a lot, speaks while walking, engages in random talk, his intelligence and age diminishes.

4. Excessive anger

5. One who eats a lot, having meals late in the night

6. One who has fixed envy against someone in his heart, maintaining animosity also decreases one's longevity.

But, one who maintains silence, speaks little, remembers Lord with each incoming and outgoing breath, he purifies his mind, his intellect is purified and is able to lead a long life.