Thursday, 1 August 2013
क्या आप जानते हैं—इनके घरेलू उपाय
क्या आप जानते हैं—इनके
घरेलू उपाय
गला बैठना या खांसी होना
-मुलेठी का एक छोटा
टुकड़ा हमेशा मुंह में रखें चूसते रहें खांसी बहुत जल्द ठीक हो जायगी
पायरिया –
1. नीम, जामुन, अखरोट, आम सबकी छाल, फिटकरी आग में जलाकर फुलाकर पीस लें,15ग्राम बादाम के छिलके जला कर पावडर
बनालें इन सबको कूटपीसकर पावडर बनालें, इससे रोज अंगुली से मंजन करें पायरिया
ठीक होगा तथा दांत या मसूडे से खून नहीं आयेगा ब्रश इस्तेमाल न करें
2.तुलसी की सूखी
पत्तियां पीसकर,भुना
जीरा पावडर,सेंधा नमक मिलाकर रख
लें इससे मंजन करने से पायरिया ठीक होता है
बहुमूत्रता की परेशानी-
1.काला तिल,पुराना गुड़ बराबर मात्रा में लेकर
मिलालें अब इसकी छोटी मटर के बराबर गोलियां बनाकर रख लें सुबह शाम
दो- दो गोलियों का सेवन करें पानी के साथ ।
2.आधा चम्मच अजवाइन,दिन में पांच छ बार लेते रहें
बहुमूत्रता ठीक हो जाती है।यह परेशानी उम्र बढ़ने के साथ बढ़ने लगती है।
मधुमेह का घरेलू उपाय—
1. एक भिंडी को चार चीरा
लगा लें एक ग्लास पानी में रात भर रख दें।सूर्योदय के समय भिंडी को पानी में मसलकर
पी जाएं लाभ होगा।
2.सीताफल के तीन पत्ते
धोकर सुबह खाली पेट चबाकर खा लें इसके एक घंटे तक कुछ न खायें।
3.नीम तथा बेल के बत्ते
बराबर मात्रामें लेकर पानी से धोकर पीस लें गीले महीन कपडे से छान लें बचे हुए सत्व की
छोटी- छोटी गोलियां बनाकर सुखा लें इसे सुबह शाम पानी या गुनगुने दूध से
फांके लाभ होगा।
ठंड में जोडों में होने वाला
दर्द-
1.जोड़
कफ का स्थान होता है सर्दियां आने पर यह परेशान करने लगता हैं इसलिये सर्दियों में खाने
पीने का ध्यान रखें ठंडी चीजें जैसे दही चावल मूली केला या गरिष्ठ(अधिक
तैलीय) भोजन न करें ठंडी हवा से बचें।ठंड में पानी भी गुनगुना करके
पियें। रात का भोजन थोड़ा कम ही करें।
क्या आपका बच्चा रात को
बिस्तर गीला करता है-
1.कई बार स्नायु तंत्र
की कमजोरी से भी ऐसा होता हैया फिर बच्चे की रात में दूध पीने की आदत से भी होता
है
2.रात बिल्कुल सोते समय
बच्चे को दूध न पिलाए पानी न पिलाए
3.जब आप रात में टॉयलेट
जायें तो बच्चे को भी सू
सू करायें।इससे काफी फर्क पड़ सकता है।
बार बार टॉंसिल परेशान करता
हो तो
–अदरक तुलसी का रस शहद
इसमें दो चुटकी सेंधा नमक मिलाकर गुनगुने पानी में डालकर कुल्ला
करें (गरारे) ठंडी वस्तुएं खाने से बचें जैसे चावल दही केला सलाद आदि।
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
0 comments:
Post a Comment